shubh vichar

*"शब्दों" का और "सोच" का ही*
*अहम किरदार होता है दूरियां बढाने में......*

*कभी हम समझ नहीं पाते हैं*
 *और कभी समझा नहीं पाते हैं...*

*शुभ प्रभात*

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सरेआम खिंचा गया साड़ी

समाजवादी पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद जन्मदिन की बधाई